भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रत्याशियों की 39 सीटों की दूसरी सूची जारी की। इसमें एक जीती और 38 हारी सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए। भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्री, चार सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी को टिकट दिया है। भाजपा ने अपनी दूसरी सूची में चौंका दिया है। इस बार भाजपा ने पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना जिले की दिमनी से टिकट दिया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर से टिकट दिया है। यहां से पटेल के भाई जालम सिंह पटेल का टिकट काट दिया है। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से टिकट देकर उनकी वापसी की है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को भाजपा ने टिकट दिया है। वह निवास सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ रहे है। इसके अलावा भाजपा ने छह सांसद को चुनाव मैदान में उतारा है। इसमें सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम सीट से टिकट दिया गया है। सांसद गणेश सिंह को भाजपा ने सतना, सांसद रीती पाठक को सीधी, नर्मदापुरम से सांसद उदय प्रताप सिंह को गाडरवाड़ा विधानसभा से टिकट दिया है। भाजपा का एक ही लक्ष्य हारी सीटों को जीतना
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर है। भाजपा ने दूसरी सूची में उन चेहरों को उतारा है, जिनके ऊपर चुनाव प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी है। उनके मुख्यमंत्री के दावेदार की रेस् में नाम को लेकर पहले से अटकलें लगर ही थी। अब चुनाव प्रबंधन समिति की जिम्मेदारी के साथ ही प्रत्याशी बनाने से एक बार फिर यह अटकलें तेज हो गई है। इसके अलावा प्रदेश में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का नाम भी सीएम की रेस में चल रहा है। इसका कारण मध्य प्रदेश में प्रह्लाद पटेल ओबीसी का बड़ा चेहरा है। वह लोधी समाज से है। लोधी समाज का प्रदेश की करीब 56 सीटों पर सीधा प्रभाव है। वहीं, कैलाश विजयवर्गीय भी प्रदेश की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे। पिछली बार पार्टी ने उनके बेटे आकाश को प्रत्याशी बनाया था। वह अभी विधायक है।
पार्टी में अनुशानहीनता बर्दाश्त नहीं
भाजपा ने कार्यकर्ताओं से लेकर जनप्रतिनिधियों को दूसरी सूची से साफ संकेत दे दिया है कि पार्टी में अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नारायण त्रिपाठी लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। पार्टी ने मैहर से वर्तमान भाजपा विधायक नारायण सिंह का टिकट काट दिया है। यहां से पार्टी ने श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है।