धार पुलिस कप्तान को आज 19 यूवको के द्वारा एक आवेदन देकर उनके अकाउंट में फर्जी तरीके से 6 करोड़ 18 लाख 27हजार रुपए के ट्रांजैक्शन की जांच करने की ले दिया आवेदन ।
आप जानकर आश्चर्य चकित हो जाएंगे ₹5000 महीने कमाने वाले युवकों के खाते में लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया
यह कैसे हुआ यह भी जान लेते हैं
दरअसल कुमार गड्ढे के कुछ यूवको के अकाउंट आईडीएफसी बैंक के एजेंट राहुल चौहान व पुर्वेश प्रजापत ने घर आकर इन युवकों के खाते जीरो बैलेंस पर खोलें एवं वेलकम किट इन यूवको को जब प्राप्त हुई तो उक्त एजेंट के द्वारा इसे यह किट वापस मांग लिया गया कि एक्टिवेशन के लिए बैंक में यह किट बुलवाया है उसके पश्चात 2 माह पश्चात इनमें से एक युवक आरिफ खान बैंक पहुंच उसने आवेदन देकर खाते में अपना नंबर दर्ज करवाया नंबर दर्ज करते ही उसके अकाउंट में लाखों रुपए के लेनदेन का मैसेज उसे प्राप्त हुआ जिसे देखकर वह आश्चर्यचकित रह गया क्योंकि जीरो स्कीम पर खोले गए अकाउंट में उसने कभी एक रुपया ना जमा किया था न हीं निकला जब उसने बैंक पहुंच कर जानकारी ली तो पता लगा कि उसके अकाउंट से लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन हो रहे हैं तब आरिफ नामक युवक ने अन्य सभी युवकों से बात की तो सभी युवको के द्वारा बैंक से जानकारी लेने पर पता लगा कि सभी के अकाउंट से लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन हुए हैं जो कि विगत दो माह से लगातार हो रहे हैं उक्त खाते को कोई अन्य व्यक्ति ही संचालित कर रहा है और अन्य का ही मोबाइल no उनके एकाउंट में दर्ज है ।
बैंक स्टेटमेंट की प्रति निकालकर उक्त युवक पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और बताया कि हम मजदूर पैसा लोग है हम लोगों ने कभी भी ₹1 भी बैंक खाते में जमा नहीं किया है लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन हमारे खाते में कैसे हुए यह एक बड़ा स्केम दर्शाता है कहीं यह राष्ट्रीय आर्थिक आतंकवादी या हवाला आर्थिक आपराधिक गतिविधियों के लिए उक्त सनव्यवहार तो नहीं किया गया इसकी जांच की जाना अति आवश्यक है।
अभी पुलिस कप्तान के पास मात्र कुछ युवकों के ही आवेदन आए हैं हो सकता है कि और भी कुछ आवेदन प्राप्त हो
एडवोकेट अंकित यादव
के साथ आये युवको ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंपा गया ।
यह युवक धार के कुमारगड्ढा क्षेत्र के हैं ।
जिनके जीरो बैलेंस अकाउंट स्कीम के तहत आईडीएफसी बैंक के द्वारा उनके अकाउंट खोले गए थे इन्हें वेलकम किट भी प्राप्त हुई थी इनकी पासबुक एटीएम इन्हें पोस्ट के माध्यम से प्राप्त भी हुई थी वह राहुल चौहान बैंक एजेंट व्यक्ति के द्वारा जो की एजेंट है के द्वारा एवं एक अन्य सहपाठी युवक पूर्वेश प्रजापत के द्वारा इनसे वेलकम किट यह कहकर वापस ले लिए गए की बैंक मैनेजर के द्वारा इसकी एक्टिवेशन करके आपको वापस लौटाए जाएंगे इस दौरान इन लोगों ने ध्यान नहीं दिया कि उनके अकाउंट में क्या गतिविधियां चल रही है इनमें से एक युवक के द्वारा बैंक में जाकर पूछताछ की गई उसे तो उसे पता चला कि उनके अकाउंट से लाखों के ट्रांजैक्शन हो रहे हैं इन यूवको के संयुक्त अकाउंट को देखा जाए तो इन यूवको के अकाउंट से करोड़ों के ट्रांजैक्शन हुए हैं अभी यह लोग 19 लोग हैं लेकिन ऐसे कितने लोगों के इस बैंक के द्वारा कितनी आर्थिक गतिविधियां चलाई जा रही है जो कि फर्जी रूप से चलाई जा रही है और भी कई लोग है हम लोगों ने एसपी साहब को कार्रवाई की मांग के लिए यह आवेदन सौंपा है ।
जानकारी एडवोकेट अंकित यादव अंकित यादव
वही आरिफ खान नामक युवक ने बताया कि वह कुमार गड्ढे क्षेत्र का रहने वाला है वह प्राइवेट जॉब करता है चश्मे की दुकान पर ,
एक हमारे दोस्त के द्वारा हमारा अकाउंट खुलवाया गया उसने बताया कि वह अभी बैंक में लगा है और मुझे टारगेट करना है हमने उसके कहने पर बैंक अकाउंट खुलवा लिया हमारे नहीं चेक बुक आई नहीं हमारी पासबुक आई हमें जब पता लगा कि एक डेढ़ महीना हो गया है तो मैं बैंक में जाकर देखा हमारे नंबर उसमें चेंज हो चुके थे और हमारे अकाउंट में लाखों का ट्रांजैक्शन चल रहा था जैसे हमें सूचना मिली हमने पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है मेरी मातृ ₹5000 सैलरी है ना मैंने लाखो रुपये देखा है मेरा अकाउंट से लाखों का ट्रांजैक्शन कैसे हो गया है मुझे कुछ पता नहीं।