संपूर्ण पंचांग दैनिक राशिफल महर्षि पाराशर पंचांग  अथ पंचांगम् ll जय श्री राधे ll दिनांक 02/09/2025 मंगलवार

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|| जय श्री राधे ||
???????? महर्षि पाराशर पंचांग ????????
???????????? अथ पंचांगम् ????????????
ll जय श्री राधे ll
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दिनाँक:-02/09/2025,मंगलवार
दशमी, शुक्ल पक्ष,
भाद्रपद
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———— दशमी 27:52:30. तक
पक्ष————————– शुक्ल
नक्षत्र————– मूल 21:50:15
योग————– प्रीति 16:38:23
करण————- तैतुल 15:22:22
करण————— गर 27:52:30
वार———————– मंगलवार
माह———————– भाद्रपद
चन्द्र राशि——————– धनु
सूर्य राशि——————— सिंह
ऋतु————————— शरद
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) ————–सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————- 2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत——————-1947
कलि संवत—————— 5126

वृन्दावन
सूर्योदय—————- 05:59:43
सूर्यास्त—————– 18:37:31
दिन काल————– 12:37:47
रात्री काल————– 11:22:39
चंद्रोदय—————- 14:55:50
चंद्रास्त—————– 25:07:41

लग्न—- सिंह 15°36′ , 135°36′

सूर्य नक्षत्र————- पूर्व फाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र——————— मूल
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

???????????? पद, चरण ????????????

यो—- मूल 08:56:45

भा—- मूल 15:24:41

भी—- मूल 21:50:15

भू—- पूर्वाषाढा 28:13:23

???????????? ग्रह गोचर ????????????

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

सूर्य= सिंह 14°49 , पूoफाo 1 मो
चन्द्र= धनु 05°30 , मूल 2 यो
बुध = सिंह 04°52 ‘ मघा 2 मी
शु क्र= कर्क 14°05, पुष्य , 4 ड
मंगल= कन्या 22°30 ‘ हस्त 4 ठ
गुरु=मिथुन 23°30 पुनर्वसु, 2 को
शनि=मीन 05°08 ‘ उ o भा o , 1 के
राहू=(व) कुम्भ 24°25 पू o भा o, 2 सो

केतु= (व) सिंह 24°25 पूoफा o 4 टू

???????????? शुभा$शुभ मुहूर्त ????????????

मुहूर्त

राहू काल 15:28 – 17:03 अशुभ
यम घंटा 09:09 – 10:44 अशुभ
गुली काल 12:19 – 13:53 अशुभ
अभिजित 11:53 – 12:44 शुभ
दूर मुहूर्त 08:31 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:10 – 24:01* अशुभ
वर्ज्यम 20:08 – 21:50 अशुभ
प्रदोष 18:38 – 20:56. शुभ

????चोघडिया, दिन

रोग 05:59 – 07:34 अशुभ
उद्वेग 07:34 – 09:09 अशुभ
चर 09:09 10:44 शुभ
लाभ 10:44 12:19 शुभ
अमृत 12:19 13:53 शुभ
काल 13:53 15:28 अशुभ
शुभ 15:28 – 17:03 शुभ
रोग 17:03 – 18:38 अशुभ

????चोघडिया, रात

काल 18:38 20:03 अशुभ
लाभ 20:03 21:28 शुभ
उद्वेग 21:28 – 22:54 अशुभ
शुभ 22:54 – 24:19* शुभ
अमृत 24:19* – 25:44* शुभ
चर 25:44– 27:10 शुभ
रोग 27:10* – 28:35* अशुभ
काल 28:3530:00 अशुभ

????होरा, दिन

मंगल 05:59- 07:03
सूर्य 07:03- 08:06
शुक्र 08:06- 09:09
बुध 09:09- 10:12
चन्द्र 10:12- 11:15
शनि 11:15- 12:19
बृहस्पति 12:19 -13:22
मंगल 13:22- 14:25
सूर्य 14:25- 15:28
शुक्र 15:28- 16:31
बुध 16:31 -17:34
चन्द्र 17:34 -18:38

????होरा, रात

शनि 18:38 -19:34
बृहस्पति 19:34 -20:31
मंगल 20:31- 21:28
सूर्य 21:28- 22:25
शुक्र 22:25- 23:22
बुध 23:22- 24:19
चन्द्र 24:19-25:16
शनि 25:16-26:13
बृहस्पति 26:13-27:10
मंगल 27:10-28:06
सूर्य 28:06- 29:03
शुक्र 29:03-30:00

????उदयलग्न प्रवेशकाल ????

सिंह > 04:52 से 07:06 तक
कन्या > 07:06 से 09:22 तक
तुला > 09:22 से 11:38 तक
वृश्चिक > 11:38 से 13:54 तक
धनु > 13:54 से 16:02 तक
मकर > 16:02 से 17:42 तक
कुम्भ > 17:42 से 19:14 तक
मीन > 19:14 से 20:44 तक
मेष > 20:44 से 22:14 तक
वृषभ > 22:14 से 00:14 तक
मिथुन > 00:14 से 02:30 तक

कर्क > 02:30 से 05:54 तक

????विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार (लगभग-वास्तविक समय के समीप)

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

????दिशा शूल ज्ञान————- उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

???? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

10 + 3 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

???????? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ????????

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शनि ग्रह मुखहुति

???? शिव वास एवं फल -:

10 + 10 + 5 = 25 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां = संताप कारक

????भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

???????? विशेष जानकारी ????????

*खेजड़ली शहीद दि.

*दशावतार व्रत, सुगंध दशमी

*तेजाजी का मेला (व्यावर 2 दिन)

*गौरी विसर्जन

???????????? शुभ विचार ????????????

जन्ममृत्युं हि यात्येको भुनक्त्येकं शुभाशुभम् ।
नरकेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् ।।
।।चाo नीo।।

जब आप सफ़र पर जाते हो तो विद्यार्जन ही आपका मित्र है. घर में पत्नी मित्र है. बीमार होने पर दवा मित्र है. अर्जित पुण्य मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है.

???????????? सुभाषितानि ????????????

गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1

दोषैरेतैः कुलघ्नानां वर्णसंकरकारकैः।
उत्साद्यन्ते जातिधर्माः कुलधर्माश्च शाश्वताः॥

इन वर्णसंकरकारक दोषों से कुलघातियों के सनातन कुल-धर्म और जाति-धर्म नष्ट हो जाते हैं
॥43॥

???????? दैनिक राशिफल ????????

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

????मेष
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।

????वृष
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।

????मिथुन
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

????कर्क
किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।

????सिंह
घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे।

????कन्या
शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें।

⚖तुला
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।

????वृश्चिक
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।

????धनु
आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

????मकर
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें।

????कुंभ
शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

????मीन
चोट व रोग से परेशानी संभव है। आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें।

????आपका दिन मंगलमय हो????
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आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09027214416

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