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|| जय श्री राधे ||
???????? महर्षि पाराशर पंचांग ????????
???????????? अथ पंचांगम् ????????????
ll जय श्री राधे ll
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दिनाँक:-12/09/2025,शुक्रवार
पंचमी, कृष्ण पक्ष,
आश्विन
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि———— पंचमी 09:58:02. तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———— भरणी 11:57:42
योग———— व्याघात 13:42:25
करण————- तैतुल 09:58:02
करण—————-गर 20:38:35
वार———————— शुक्रवार
माह———————– आश्विन
चन्द्र राशि——- मेष 17:29:33
चन्द्र राशि—————— वृषभ
सूर्य राशि——————— सिंह
रितु————————— शरद
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)————– सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————–2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————— 5126
वृन्दावन
सूर्योदय—————- 06:04:15
सूर्यास्त—————– 18:26:10
दिन काल————– 12:21:54
रात्री काल————– 11:38:32
चंद्रास्त—————– 10:48:20
चंद्रोदय—————– 21:29:37
लग्न–‐- सिंह 25°18′ , 145°18′
सूर्य नक्षत्र———— पूर्वाफाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र——————–भरणी
नक्षत्र पाया——————– स्वर्ण
???????????? पद, चरण ????????????
ले—- भरणी 06:26:38
लो—- भरणी 11:57:42
अ—- कृत्तिका 17:29:33
ई—- कृत्तिका 23:02:13
उ—- कृत्तिका 28:35:48
???????????? ग्रह गोचर ????????????
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
सूर्य= सिंह 25°49 , पूoफाo 4 टू
चन्द्र= मेष 23°30 , भरणी 3 ले
बुध = सिंह 24°52 ‘ पूoफाo 3 टी
शु क्र= कर्क 26°05, आश्लेषा , 3 डे
मंगल= कन्या 28°30 ‘ चित्रा 2 पो
गुरु=मिथुन 25°30 पुनर्वसु, 2 को
शनि=मीन 05°08 ‘ उ o भा o , 1 के
राहू=(व) कुम्भ 23°54 पू o भा o, 2 सो
केतु= (व) सिंह 23°54 पूoफा o 4 टू
???????????? शुभा$शुभ मुहूर्त ????????????
राहू काल 10:42 – 12:15 अशुभ
यम घंटा 15:21 – 16:53 अशुभ
गुली काल 07:37 – 09:10 अशुभ
अभिजित 11:50 – 12:40 शुभ
दूर मुहूर्त 08:33 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:40 – 13:29 अशुभ
वर्ज्यम 23:02 – 24:31* अशुभ
प्रदोष 18:26 – 20:48 शुभ
????चोघडिया, दिन
चर 06:04 – 07:37 शुभ
लाभ 07:37 – 09:10 शुभ
अमृत 09:10 – 10:42 शुभ
काल 10:42 12:15 अशुभ
शुभ 12:15 – 13:48 शुभ
रोग 13:48 – 15:21 अशुभ
उद्वेग 15:21 – 16:53 अशुभ
चर 16:53 18:26 शुभ
????चोघडिया, रात
रोग 18:26 – 19:53 अशुभ
काल 19:53 21:21 अशुभ
लाभ 21:21 22:48 शुभ
उद्वेग 22:48 – 24:15* अशुभ
शुभ 24:15* -25:43* शुभ
अमृत 25:43* – 27:10* शुभ
चर 27:10– 28:37 शुभ
रोग 28:37* – 30:05* अशुभ
????होरा, दिन
शुक्र 06:04 -07:06
बुध 07:06 -08:08
चन्द्र 08:08- 09:10
शनि 09:10- 10:12
बृहस्पति 10:12 -11:13
मंगल 11:13- 12:15
सूर्य 12:15- 13:17
शुक्र 13:17- 14:19
बुध 14:19- 15:21
चन्द्र 15:21- 16:23
शनि 16:23- 17:24
बृहस्पति 17:24 18:26
????होरा, रात
मंगल 18:26 -19:24
सूर्य 19:24- 20:23
शुक्र 20:23- 21:21
बुध 21:21- 22:19
चन्द्र 22:19- 23:17
शनि 23:17- 24:15
बृहस्पति 24:15-25:14
मंगल 25:14-26:12
सूर्य 26:12-27:10
शुक्र 27:10-28:08
बुध 28:08-29:07
चन्द्र 29:07-30:05
????उदयलग्न प्रवेशकाल ????
सिंह > 04:12 से 06:26 तक
कन्या > 06:26 से 08:42 तक
तुला > 08:42 से 10:58 तक
वृश्चिक > 10:58 से 13:14 तक
धनु > 13:14 से 15:22 तक
मकर > 15:22 से 17:02 तक
कुम्भ > 17:02 से 18:34 तक
मीन > 18:34 से 20:04 तक
मेष > 20:04 से 21:34 तक
वृषभ > 21:34 से 23:34 तक
मिथुन > 23:34 से 01:50 तक
कर्क > 01:50 से 04:06 तक
????विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार (लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
नोट— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
????दिशा शूल ज्ञान————- पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
???? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 5 + 6 + 1 = 27 ÷ 4 = 3 शेष
पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
???????? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ????????
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
???? शिव वास एवं फल -:
20 + 20 + 5 = 45 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभारूढ़ = शुभ कारक
????भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
???????? विशेष जानकारी ????????
*षष्ठी श्राद्ध
???????????? शुभ विचार ????????????
तादृशी जायते बुध्दिर्व्यवसायोऽपि तादृशः ।
सहायास्तादृशा एव यादृशी भवितव्यता ।।
।।चाo नीo।।
सर्व शक्तिमान के इच्छा से ही बुद्धि काम करती है, वही कर्मो को नियंत्रीत करता है. उसी की इच्छा से आस पास में मदद करने वाले आ जाते है.
???????????? सुभाषितानि ????????????
गीता -: सांख्ययोग – अo-2
न चैतद्विद्मः कतरन्नो गरीयो-
यद्वा जयेम यदि वा नो जयेयुः।
यानेव हत्वा न जिजीविषाम-
स्तेऽवस्थिताः प्रमुखे धार्तराष्ट्राः॥
हम यह भी नहीं जानते कि हमारे लिए युद्ध करना और न करना- इन दोनों में से कौन-सा श्रेष्ठ है, अथवा यह भी नहीं जानते कि उन्हें हम जीतेंगे या हमको वे जीतेंगे। और जिनको मारकर हम जीना भी नहीं चाहते, वे ही हमारे आत्मीय धृतराष्ट्र के पुत्र हमारे मुकाबले में खड़े हैं l
।।6।।
???????? दैनिक राशिफल ????????
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
????मेष
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। आनंद के साथ समय व्यतीत होगा। मनपसंद व्यंजनों का लाभ मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। किसी व्यक्ति से बहस हो सकती है। आशंका-कुशंका से बाधा होगी।
????वृष
ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विवेक से कार्य करें।
????मिथुन
यात्रा लाभदायक रहेगी। राजकीय सहयोग मिलेगा। सरकारी कामों में सहूलियत होगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर में सुख-शांति रहेंगे। कारोबारी अनुबंध हो सकते हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों से सहयोग मिलेगा। झंझटों में न पड़ें।
????कर्क
चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। दौड़धूप रहेगी। नकारात्मकता हावी रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
????सिंह
चोट व रोग से कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। परिवार तथा मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
????♀️कन्या
सामाजिक कार्य करने में मन लगेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
⚖️तुला
यात्रा लाभदायक रहेगी। संतान पक्ष से बुरी खबर मिल सकती है। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में प्रशंसा मिलेगी। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। नए उपक्रम प्रारंभ करने संबंधी योजना बनेगी।
????वृश्चिक
दुष्टजनों से सावधानी आवश्यक है। फालतू खर्च पर नियंत्रण नहीं रहेगा। हल्की मजाक करने से बचें। अपेक्षित काम में विलंब होगा। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम से काम रखें। लाभ के अवसर मिलेंगे। विवेक का प्रयोग करें। आय में वृद्धि होगी।
????धनु
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम होने से प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। उत्साह रहेगा।
????मकर
पुरानी संगी-साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग मिलेगा। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। जल्दबाजी न करें।
????कुंभ
सामाजिक कार्य करने का मन लगेगा। मान-सम्मान मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शत्रु तथा ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधानी आवश्यक है। समय की अनुकूलता है।
????मीन
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा, सावधानी रखें। बुरी खबर मिल सकती है। भागदौड़ अधिक रहेगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रह सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय-व्यापार मनोनुकूल चलेगा। आय बनी रहेगी।
????आपका दिन मंगलमय हो????
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आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09027214416