
सागर में आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी संकल्प अभियान के अंतर्गत उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारी मंत्री ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया
उपमुख्यमंत्री एवं प्रभारीमंत्री ने दिनचर्या और कार्यशैली में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का आग्रह किया
सागर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम सब यह महसूस कर रहे हैं भारत बहुत तेजी के साथ अपनी अर्थ व्यवस्था को मजबूत कर रहा है। जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे तब भारत की अर्थव्यवस्था 11 वें नंबर पर थी जो अब चौथे स्थान पर पहुंच चुकी है, जापान को भी पीछे करने में हमने सफलता प्राप्त की है और अब जर्मनी अमेरिका और चाइना हमसे आगे है और जल्द ही जर्मनी को भी आर्थिक मोर्चे पर पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर पहुंचेंगे और 2047 में भारत आर्थिक महाशक्ति बनकर विश्व गुरु के रूप में स्थापित होकर दुनिया का नेतृत्व करेगा। तभी दुनिया में शांति की स्थापना हो सकेगी और सही दिशा में दुनिया आगे बढ़ेगी। इस सोच को पूरा करने के लिये बहुत तेजी के साथ हम अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे है यह बात मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं सागर जिला प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सागर में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के अंतर्गत आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
पत्रकार वार्ता में जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी,सांसद लता वानखेड़े,विधायक शैलेंद्र कुमार जैन,इंजी प्रदीप लारिया,जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत,महापौर संगीता तिवारी,नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, कार्यक्रम जिला टोली संयोजक निकेश गुप्ता उपस्थित रहें।
पत्रकार वार्ता का संचालन जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन एवं आभार जिला सह मीडिया प्रभारी आलोक केसरवानी ने व्यक्त किया।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री एवं सागर जिला प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि ऐसे समय में जब हम विकसित भारत बनाना चाहते है तो भारत को आत्मनिर्भर बनाना पड़ेगा और आत्म निर्भर भारत यदि बनाना है तो स्वदेशी संकल्प का जागरण करना पड़ेगा हर घर स्वदेशी घर घर स्वदेशी इसके लिए निरंतर आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन, आत्म निर्भर भारत संकल्प यात्राओं व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि हम अपने देश में बने हुए उत्पादों का उपयोग करें जिसमें हमारे देश के नागरिकों का पसीना लगा हुआ है एवं हमारे देश की मिट्टी की सुगंध आ रही हो। ऐसी चीजों को अपनाने की आदत हम सभी को डालनी है। स्वतंत्रता के बाद यह बात सही है कि अंग्रेजो के जाने के बाद भी हम पाश्चात सभ्यता को छोड़ नहीं पाये उस समय भी हमारी विचारधारा के लोगों स्वदेशी का मंत्र फूंका और इस अभियान को बुलंद किया। और समय-समय पर स्वदेशी जागरण मंच भी अपने कार्यक्रम करता रहा और हमें स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिये हमें प्रेरित करता रहा। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब भारत आत्मनिर्भर हो रहा है तो कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि भारत इतना सक्षम हो सकेगा।
कोविड महामारी के समय 120 करोड़ देश वासियों को डबल डोस वैक्सीनेसन कराकर उनके जीवन को बचाने का काम करने के साथ-साथ दुनिया के 100 देशों को कोविड की वैक्सीन निर्यात भी करेगा। तेजस जैसा लड़ाकू विमान का निर्यात हम लाखों करोड़ो रूपयों का कर पाएंगे यह कभी किसी ने नहीं सोचा था। ब्रह्मोस मिसाइल आज पराक्रम का प्रतीक बन गई है जो हमारे देश में निर्मित हो रही है। मोबाईल मेन्यूफेक्चरिंग में भी आज बड़ा हिस्सा भारत का है दवाईयों के निर्यातक के रूप में भी आज हम अपना एक मजबूत स्थान बना चुके है। हमारे देश के लोगों में कला और योग्यता की कमी कभी नहीं रही आवश्यकता है केवल उनके प्रोत्साहन की उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों के उपयोग की। जिसके लिये यह एक अभियान शुरू हुआ है जिसके अंतर्गत आज इस पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया है साथ ही अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से भी स्वदेशी अपनाओं और राष्ट्र भक्त कहलाओं का नारा हम बुलंद कर रहे है। दुकानों में जाकर हम लोग व्यापारियों को स्वदेशी वस्तुओं के विक्रय एवं ग्राहको को इनके उपयोग के लिये प्रेरित करते हुये एक ऐसा वातावरण बनाने का प्रयास कर रहे है। जैसा बंगाल विभाजन के समय और महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में खादी को अपनाने के लिये बनाया गया था।
आज आवश्यकता है कि हम हर स्वदेशी उत्पादों का प्रचार-प्रसार जन आंदोलन बनाकर करें और जिससे हम लोगों के अंदर भारत को आत्मनिर्भर बनाने भावना पैदा कर सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों के माध्यम से स्वदेशी और आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।इनमें सरकार और भाजपा और संबद्ध संगठन भरपूर मेहनत कर रहे है। हम सभी अपनी दिनचर्या और कार्यशैली में इनको अपना रहे है और सभी से अपनाने की अपील करते है