खुरई इन्वेस्टर्स समिट-2023 से हुई अंचल में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत
2000 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए
खुरई का इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास देख अभिभूत हुए उद्यमी, बुंदेली परंपरा से स्वागत हुआ
खुरई प्रदेश और बुंदेलखंड के औद्योगिक मानचित्र पर तेजी से आगे बढ़ते खुरई में आयोजित निवेशोत्सव “खुरई इन्वेस्टर्स मीट-2023“ में आज कुल 2000 करोड़ की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के एमओयू साइन होने के साथ ही यहां बड़े निवेश और रोजगार का सिलसिला प्रारंभ हो गया। इस निवेश से 5000 लोगों को प्रत्यक्ष जॉब और 50 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने समिट में शामिल होने आए उद्योगपतियों के समक्ष खुरई विधानसभा क्षेत्र का इंफ्रास्ट्रक्चर के विवरण बताते हुए शासन प्रशासन की ओर से तथा व्यक्तिगत रूप से सुविधा और सुरक्षा की पूरी गारंटी ली। बीना रिफाइनरी की ओर से बीपीसीएल के विपणन अधिकारी ने विस्तृत एलईडी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स से निकलने वाले विभिन्न रा मटेरियल की तादाद और उनसे बनने वाले उत्पादों की निर्माण प्रविधि व फाइनल प्रोडक्ट की मार्केटिंग के बारे में उपयोगी जानकारी दी गई।
निवेश करने वाले उद्योगपतियों में पंजाब के नवजोत सिंह ने 1200 करोड़ से डाटा एवं क्लाउड सेंटर, श्री विजय जैन के द्वारा 100 करोड़ रुपए निवेश, नवाब रजा के द्वारा 150 करोड़, नीतीश चोक के द्वारा 50 करोड, संतोष नवानी ने 26 करोड़ से प्लास्टिक मोल्ड इंडस्ट्री, चेतन पटेल ने 20 करोड़, संतोष गिरधानी ने 25 करोड़, विजय सेवानी ने 20 करोड़, फिरोज खान ने 2 करोड़ 50 लाख, फराज खान ने दो करोड़ का इन्वेस्टमेंट, डॉ. निलय शर्मा ने 5 करोड़ से स्ट्रा यूनिट, आकाश समैया, विकास समैया 100 करोड़, एक जैन महिला उद्यमी ने 5 करोड़, शशांक पड़ेले 5 करोड़ से प्लास्टिक बेस्ड इंडस्ट्री, अमन जैन 1.5 करोड़, सौरव जैन 1.15 करोड़, भारत राठौर 50 लाख के निवेश के इन्वेस्टमेंट का एमओयू साइन किया।
खुरई इन्वेस्टर समिट 2023 में सागर जिले के अंतर्गत होने वाले एक्सटेंशन टू इन्वेस्ट में 385 करोड़ की लागत से उद्योग लगाए जाएंगे। इनसे 800 से अधिक शिक्षित व स्किल्ड युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा। 385 करोड़ रुपए से जो उद्योग लगाए जाएंगे उनमें मध्य भारत एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड, विंग एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड एवं भोजपुर स्टील प्राइवेट लिमिटेड के उद्योग लगेंगे जिसमें 800 से अधिक रोजगार सृजित होंगे।
खुरई इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में यह पहला अवसर है जब एक तहसील प्लेस में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित हुई और उसमें निवेशकों ने भारी उत्साह दिखाते हुए 2000 करोड़ के निवेश के एमओयू साइन किए। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि हम अचानक ही औद्योगिक संभावनाएं लेकर आपके सामने नहीं आए हैं। बीना रिफाइनरी के विस्तार से प्लास्टिक बेस्ड व एग्रीकल्चर बेस्ड उद्योगों की संभावना को देखते हुए पांच साल पूर्व से खुरई क्षेत्र को सुनियोजित तरीके से आवश्यक अधोसंरचना के साथ तेजी से विकसित किया गया है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि यहां आवश्यक रा मेटेरियल की उपलब्धता के साथ, चार हजार एकड़ शासकीय भूमि का चिन्हित लैंड बैंक, पर्याप्त मात्रा में बड़ी नदी सिंचाई व पेयजल परियोजनाओं का इफरात पानी, दिल्ली, मुंबई, कानपुर सहित पूरे देश के लिए चौड़ी सड़कों की कनेक्टिविटी, रेलवे की तीसरी लाईन सहित गुड्स ट्रेक की उपलब्धता, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर, सौ प्रतिशत शांतिपूर्ण लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सहित सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि स्वाभाविक रूप से खुरई निवेशकों की पहली पसंद होगा लेकिन इसके लिए विकसित औद्योगिक क्षेत्रों के साथ उपलब्ध अवयवों की जानकारियां उद्योग जगत के साथ साझा करना भी एक बड़ी आवश्यकता है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह खुरई क्षेत्र और बुंदेलखंड अंचल की औद्योगिक क्रांति का समय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने बीना रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ की लागत से पेट्रोकेमिकल कांप्लेक्स के विस्तार का शिलान्यास करके खुरई के औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। हम इस अवसर का लाभ लेने खुरई क्षेत्र को पहले ही संवर्धित कर चुके हैं। बीना इन्वेस्टर्स समिट अब प्रतिवर्ष आयोजित होगी और इसका स्वरूप और भी अधिक उपयोगी होगा। उद्योगपतियों से बहुत मूल्यवान सुझाव भी मिले हैं जिन पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन एमओयू को जमीन पर उतारने के लिए उद्योग जगत से मिल कर कड़ी मेहनत की जाएगी और सारी बाधाओं को द्रुतगति से दूर किया जाएगा।
कलेक्टर दीपक आर्य ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पास खुरई क्षेत्र में उद्योगों के लिए 5000 एकड़ का लेंड बैंक है। इसमें से कम से कम 50 ऐसे प्लाट हैं जो 20 हेक्टेयर से अधिक हैं। 50 से 200 हेक्टेयर के प्लाट भी हमारे पास पर्याप्त हैं। कलेक्टर व तहसीलदार यशवर्धन सिंह ने लेंडबैंक के सचित्र फोल्डर का विमोचन अतिथियों से कराया। कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि खुरई के गवर्नमेंट लेंड बैंक का फोल्डर गूगल पर भी देखा जा सकता है। यूनिट स्थापित करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया भी उपलब्ध है।
बीपीसीएल के विपणन अधिकारी श्री रेड्डी ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि पेट्रोकेमिकल्स कांप्लेक्स में लो व हाई डेंसिटी पालीएथीलिन, पाली प्रोपेलीन निकलेंगे जिसका 21 दिन की स्टोरेज कैपेसिटी का वेयरहाउस बनाया गया है। इस मेटेरियल से नर्म व कठोर प्लास्टिक के इंडस्ट्रियल यूज के ग्रेन्यूल्स, रीयूजेबल प्लास्टिक, ग्रोसरी लेमिनेशन, ऑनलाइन शापिंग के पैकेजिंग, फुड एंड डिस्पोजेबल प्लास्टिक आइटम, राइस बैग, मार्केट जाने के बैग, शुगर बैग, वूमन फैब्रिक्स आदि सैकड़ों चीजें बनाने की औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जा सकती है। थर्मल स्टेबिलिटी प्रापर्टी के उत्पाद पाली प्रोपेलीन से बनाए जाते हैं जो यहां से प्राप्त होगा। हाई डेंसिटी पॉलीएथिलीन पाइपों के निर्माण के लिए उपयोग होगा। रेड्डी ने बताया कि पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स से निकलने वाले प्रोडक्ट सबसे पहले इसी क्षेत्र को मिलेंगे यह स्वाभाविक है। डाउनस्ट्रीम इंडस्ट्री लगाने के लिए जॉब क्रिएशन क्षेत्र के विकास के लिए ही होगा। उन्होंने बताया कि जब पेट्रो कांप्लेक्स कमीशंड होगा तो रिफाइनरी की उत्पादकता दोगुनी रफ्तार से बढ़ेगी और उसी रफ्तार से रोजगार सृजन होगा।
एमएसएमई विभाग से अनिल द्विवेदी ने अपने प्रेजेंटेशन में सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यमियों के लिए इकाई स्थापित करने के लिए शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली विभिन्न रियायतों, अनुदानों की जानकारी दी गई। ईज इफ डूइंग बिजनेस, सिंगल विंडो सिस्टम की जानकारी बताई गई।
समिट को नरसिंहपुर के शुगर कारखाना उद्योग पति नवाब रजा ने संबोधित करते हुए अपनी प्रगति की प्रेरक अनुभव शेयर किए। पंजाब के उद्यमी नवजोत सिंह ने खुरई के इन्फ्रास्ट्रक्चर की तारीफ की। खुरई के उद्योगपति धर्मेंद्र सेठ ने बताया कि डबल औल ट्रिपर इंजन की सरकारों की बातें तो हम सुनते ही रहते हैं लेकिन खुरई में मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में जेट इंजन की सरकार काम करती है जो जेट की रफ्तार से योजनाएं बनाती और लागू कराती है। केमिकल इंजीनियर रहे वरिष्ठ उद्योगपति जिनेन्द्र गुरहा ने असम रिफाइनरी से जुड़े अपने अनुभव सुनाए।
कार्यक्रम में बीना विधायक महेश राय, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती नन्हीं बाई अहिरवार, स्थानीय उद्योग पति विजय जैन वट्टी, उपाध्यक्ष राहुल चौधरी, जनपद अध्यक्ष जमना प्रसाद अहिरवार, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, एसडीएम रवीश श्रीवास्तव, सीएमओ दुर्गेश सिंह, तहसीलदार यशवर्धन सिंह, उद्योग विभाग की महाप्रबंधक श्रीमती मंदाकिनी पांडे, मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के अधिकारी, अनेक गणमान्य उद्योगपति उपस्थित रहे।
उद्योगपतियों का बुंदेली व्यंजनों के साथ किया गया स्वागत उद्योगपतियों को खूब भाए बुंदेली व्यंजन
खुरई (सागर) खुरई में इन्वेस्टर सबमिट के दौरान देशभर से आए उद्योगपतियों का बुंदेलखंडी व्यंजनों के साथ भोजन परोसा गया जिसे सभी उद्योगपतियों ने खूब सराहा। समिट में पधारे बहुत से उद्योगपति ऐसे थे जिन्होंने पहली बार विशुद्ध बुंदली व्यंजनों का आनंद लिया था। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंडी खाना स्वाद और विशिष्ट न्यूट्रीशन वेल्यू दोनों ही दृष्टि से शानदार है। इसे आज खुरई समिट में खाकर अभिभूत हैं।
सभी की प्रतिक्रिया थी कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के प्रबंधकीय कौशल की प्रशंसा प्रदेश से बाहर भी होती है। आज उनके विधानसभा क्षेत्र खुरई में आयोजित इन्वेस्टर समिट में बेहतरीन व्यवस्थाएं देख कर मंत्री श्री सिंह की इस विशेषता की पुष्टि भी हो गई गई।
समिट में पधारे अतिथियों का बुंदेली परंपरा में स्वागत सत्कार हुआ। प्रजेंटेशन के पश्चात बुंदेली व्यंजनों से स्वागत किया गया।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उद्योगपतियों को खुरई में पूरी बुंदेली परंपरा के साथ स्वागत किया जा रहा है और बुंदेली परंपरा के अनुसार ही उनको जमीन पर आसन लगाकर खाना परोसा जा रहा है। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बुंदेली व्यंजनों के मेन्यू में दाल बाटी, दाल बाफला, बाजरे की रोटी, कड़ी, पनीर मसाला, पनीर पराठा, मिस्सी रोटी, गेहूं की खीर, बेसन का गट्टा, भरता बैंगन, दाल फ्राई, आलू मेथी की सब्जी, खोया मटर टमाटर, चावल पुलाव, मट्ठा, दही बरा, मंगोड़ी, बादाम चूरमा पाइनएप्पल जलेबी रबड़ी, आइसक्रीम, पापड़, सलाद, बिजोरा, कचरिया, पनीर टिक्का सहित अन्य स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए हैं।